भेड़ अपने चरवाहे की आवाज़ को सुनती है
भला होता कि इस्राएल का उद्धार सिय्योन से निकलता! जब परमेश्वर बंधुवाई में पड़ी अपनी प्रजा को लौटा ले आएगा, तो याकूब आनन्द मनाए और इस्राएल मग्न हो। भजन 53:6
भेड़ें हमेशा अपने चरवाहे की आवाज़ को पहचानती हैं और उसका जवाब भी देती हैं। भले ही वे दूसरों की एक जैसी आवाज़ भी सुन लें, वे नहीं भटकती (यूहन्ना 10:27)।
क्या परमेश्वर केवल अपने लोगों के जीवन को ही पुनः स्थापित करेंगे? मैं चाहता हूँ कि परमेश्वर पृथ्वी पर रहनेवाले हर व्यक्ति को माफ कर दें और उन सभी के जीवन को पुनः स्थापित करें। वास्तव में, यही परमेश्वर की इच्छा भी है (1 तीमु 2: 4)। परन्तु, परमेश्वर ने मनुष्य को उन पर विश्वास करने की स्वतंत्रता दी है (यूहन्ना 3:16)।
केवल परमेश्वर पर विश्वास करें; उसी दिन वह आपके जीवन को भी पुनः स्थापित करेंगे।
क्या आप परमेश्वर की आवाज़ को सुनते और पहचानते हैं? तब, आप परमेश्वर के कहलाएँगे।
प्रार्थना: प्यारे प्रभु जी, आपकी आवाज़ अधिक सुनने के लिए मेरे कानों को तैयार कीजिए। आमीन!

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